SMS Help line to Address Violence Against Dalits and Adivasis in India
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Case posted by | Dynamic Action Group |
Case code | UP-JN-001 |
Case year | 14-Sep-2007 |
Type of atrocity | Rape |
Whether the case is being followed in the court or not? | Yes |
Fact finding date | Not recorded |
Case incident date | 14-Sep-2007 |
Place | Village: Not recorded Taluka:Not recorded District: JAUNPUR(DP) State: Uttar Pradesh |
Police station | Khuthan |
Complaint date | 15-Sep-2007 |
FIR date | 17-Dec-2007 |
घटना की पृष्टभूमि व सारांश- ग्राम अकबर पुर ठाकुर बाहुल्य क्षेत्र है।
जनपद मुख्यालय से 30 कि0 मी0 की दुरी पश्चिम दिशा में खुटहन थाना है। थाने से 3 कि0 मी0 उत्तर दिशा में गाँव है, जिसमें ठाकुर जाति 70 प्रतिशत संम्पन, राजनैतिक पकड़, सामाजिक दबदबा है, इस गाँव में तीन घर दलित है। जो अलग अलग दिशा में काफी दुरी पर गाँव के बाहर है। इसी गाँव में बस्ती के बाहर झूरी का परिवार है, झूरी के माता पिता बुढ़े है 2 भाई है। दोनो गाँव में ईट भट्ठा पर मजदुरी कर गुजर बसर करते है। भूमिहिन अनपढ़ परिवार है। गाँव में ठाकुर जाति का चन्दन सिंह गोल बनाकर गैर कानूनी काम करता है। इस प्रकार की घटना का अंजाम दोनो दलितो के घर दे चुका है। कोई कार्यवाही ठाकुरो के भय से नही हो पाई एक दलित घर छोड़ कर भाग गया।
घटना- दिनांक 14 सितम्बर 2007 के झूरी के रिस्तेदार उसकी बहन संगीता व उसका पति कमलेश आया था। खाना खा कर लेटे थे। परिवार के सभी सदस्य घर के बाहर चार पाई पर लेटे थे। सोये नही थे। इसी बीच 12- 13 की संख्या में मुह बाँधे लोग आये और कहा कि झूरी दरोगा बुला रहे है। सभी चार पाइयो के 13 की संख्य में हथियार से लैस लोगो ने घेर लिया हथियार दिखा कर कहा कि अवाज निकालोगे तो जान से मार दूगा। और हथियार के बल पर एक घर में लेजाकर सभी को रखा महिलाओ का जेवर उतरवा लिया कुछ लोग दुसरे घर में लूटपाट कर रहे थे। लूट पाट करने के बाद दो लोगो ने कहा कि महिलाओ को दुसरे घर में ले चलो दुसरे घर में ले जाते समय झूरी की बहन संगीता व भाई की पत्नी शशिकला को दुसरे घर मे ना लेजाकर बाहर ला कर संगीता के साथ चार लोगो ने बलात्कार किया व शशिकला के साथ चन्दन सिंह ने बलात्कार किया, चन्दन सिंह को शशिकला ने पहचान लिया। उसके बाद कहा कि किसी से बताओगी तो पुरे परिवार को जान से मार दुगा। दोनो महिलाओ
को उठाकर महिलाओ के घर में छोड़ दिया। और घर के बाहर से कुन्डी लगा दिया। पुरूषो के कमरो में भी बाहर से कुन्डी लगा दिया। धमकी दी कि शोर करोगे या कोई कार्यवाही की तो जान से मार देगें। नगदी राशन, कपड़े, अन्य समान उठा ले गये। थोड़ी देर जाने के बाद झूरी ने कच्चे गारे से बनी ईट की खिड़की तोड़ कर बाहर निकला और बाहर की कुन्डी खोली और शोर मचाया पड़ोस की मुस्लिम बस्ती के लोग व ग्राम प्रधान आदि लोग रात में ही आयें। प्रधान ने कहा कि सुबह हमारे साथ थाने चलना झूरी सुबह प्रधान के साथ थाने पर गया आप बीती बतायी व लिखित सिकायती पत्र दिया। थाने दार ने कहा कि बैठो मै चन्दन सिंह को बुलवाता हूँ चन्दन सिंह के आने के बाद दरोगा ने चन्दन सिंह को डाटा और झूरी से कहा कि तुम घर जाओ मै इसको जेल भेज देता हूँ। झूरी घर आ गया और शाम को सुना कि चन्दन सिंह घर आ गया। पुलिस ने कोई कार्य वाही नही की वह घटना स्थल पर भी नही आयी, झूरी जानकारी के अभाव व मदद न मिलने के कारण आत्महत्या करने को सोच रहा था, एक माह बाद संगठन के साथियो को अपरचित से फोन पर सूचना मिलने पर झूरी के यहाँ गये। उसकी आप बीती सुनने के बाद घटना को मिडिया में लाया गया। और कोर्ट में 156 (3) में कार्यवाही की गई। कोर्ट के आदेश पर दिनांक 20- 12- 2007 को मुकदमा संख्या 914/2007 धारा 376, 504, 506, 395, S/c. S. T एक्ट 3(1) 12 दर्ज किया गया । अभियुक्त को गिरप्तार नही किया गया झूरी पर अभियुक्त पक्ष की तरफ से सुलह का सामाजिक दबाव बनने लगा, झूरी संगठन के सहयोग से दबंगो के आगे नही झुका।
सीओ. शाहगंज ने बिवेचना में फाइनल रिर्पोट लगा दिया जिसके खिलाफ झूरी ने कोर्ट में सीओ. से फिर से बिवेचना कराने की माँग की कोर्ट ने सीओ, केराकत को बिवेचना का आदेश दियें सीओ, केराकत ने भी फाइनल रिर्पोट लगादी जिसके खिलाफ झूरी ने कोर्ट में लिखित हलफिया बयान लगा दिया, कोर्ट ने स्तीगासा के रूप में स्वीकार कर लिया। पीड़ितो के बयान के बाद दिनांक 23- 6 2011 को कोर्ट ने चन्दन सिंह को हाजिर होने का आदेश दिया है।