SMS Help line to Address Violence Against Dalits and Adivasis in India
Type ATM < your message > Send to 9773904050
Case posted by | NDMJ-Bihar |
Case code | BH-11.08.2021 |
Case year | 01-Aug-2021 |
Type of atrocity | Rape |
Whether the case is being followed in the court or not? | No |
Fact finding date | Not recorded |
Case incident date | 01-Aug-2021 |
Place | Village: Not recorded Taluka:Not recorded District: Bettiah(DP) State: Bihar |
Police station | Chanpatia |
Complaint date | 02-Aug-2021 |
FIR date | 05-Aug-2021 |
11 वर्षीया दलित बच्ची के साथ दुष्कर्म
घटना सूबे बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले के चनपटिया थाना क्षेत्र के चनपटिया नगरपंचायत के वार्ड नंबर 15 ( सोनारा ) tola निवासी मुखलाल मांझी की 11 वर्षीया पुत्री खुशबू कुमारी के साथ घटित हुई . बताते है कि दिनांक : 01.08 . 20 21 को करीब 2.00 बजे अपरहण में खुशबू अकेली घर में थी .उसके माता पिता मजदूरी करने गये थे . इसी बीच पडोसी विशुन देव बरई , उम्र करीब 55 वर्ष , पिता - स्वर्गीय गणेश बरईत जाति अतिपिछड़ी ने बच्ची को बहला फुसला कर अपने बहार वाले घर में ले गया उसका मुँह दबाकर उसके साथ बलात्कार किया . बच्ची के रोने चिलाने की आवाज सुनकर उसका मामा चन्द्रिका मांझी विशुनदेव बरई के घर में देखा तो वह आपतिजनक स्थिति में था . श्री मांझी ने उसले पकड़ लिया पर वह श्री मांझी पर कुल्हाकड़ी से प्रहार कर भाग निकला . मामले को वंहा के स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं रेपिस्ट के पक्षकारो द्वारा मामला को गावं में ही पंचायती के माध्यम से सालता देना चाहता था . पर पीड़ित परिवार ऐसा करने पर राजी नहीं थे . पीडिता परिवार दिनांक 02-08.2021 से लगातार 04.08.2021 तक sc st थाना , महिला थाना ,चनपटिया थाना का चक्कर लगते रहे पर थाना अध्यक्षों द्वारा पीड़ित परिवार के गरीब व् अनुसूचित जाति होने के कारन उसका मजाक उदय जाता रहा .केस न्हिया करने के लिए रोपये की लालच दी जाति रही . सहस बटोर कर दिनांक 04-08.2021 पीड़ित परिवार sp बेतिया से मिलकर आप बीती बताई . तब sp के हस्तक्षेप से दिनांक 05.08. 2021 को थाना में कांड सं० : 392/21 , U/s 376(a)(b) IPC & 4 POCSO 3(1)(r)(s),3(2)(v)(va) SC/ST act के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई .मामले के प्रति स्थानीय पुलिस की रवैया काफी ख़राब रही है . एक तो FIR दर्ज करने में देरी की गई . तो दूसरी और 164 का बयाब बदलवाने के लिय चनपटिया पुलिस द्वार बच्ची व उसके माता पर काफी दबाव बनया गया . पुलिस मामला का साक्ष्य मिटाकर विपक्षी को दोषमुक्त करना चाहती थी .