SMS Help line to Address Violence Against Dalits and Adivasis in India
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Case posted by | NDMJ - Maharastra |
Case code | MH-04-08-2021 |
Case year | 20-Jul-2021 |
Type of atrocity | Murder |
Whether the case is being followed in the court or not? | Yes |
Fact finding date | Not recorded |
Case incident date | 20-Jul-2021 |
Place | Village: Not recorded Taluka:Not recorded District: PUNE(DP) State: Maharashtra |
Police station | WADGAON NIMBALKAR |
Complaint date | 25-Jul-2021 |
FIR date | 25-Jul-2021 |
फिर्यादी श्रीमती मनीषा दीपक सोनवणे उमर 32 व्यवसाय मजदूरी जात हिंदू महार रहनेवाली उंडवडी तेहसिल बारामती जिल्हा पुणे! अपने परिवार पती दीपक सोनवणे लडका सुमित सोनवणे और लडकी सानिया सोनवणे इनके साथ दिये गये पत्ते पर रहती है!उनके मयत पती की उमर 33 साल है और गवंडी काम करते थे! उनके पहचान के सोनवडी सुपे यहाँ के नयुम गणीम सय्यद उनके साथ मे बिगारी काम किया करते थे!इन दोनो के बीच मे दो तीन साल पहले किसी कारण वश झगडा हुआ था उस समय मनीषा और उसके पती दीपक दोनो ने भी पोलीस कंप्लेंट नही कि थी!आरोपी को पीडित की जात मालूम है!तारीख 20/ 7 /20 21 को रात साडे आठ बजे पीडिता मनीषा अपने माँ के यहाँ उंडवडी थी तभी उनको संतोष वावगे सोनवडी सुपे इन का फोन आया उन्होंने बताया कि "आपके पती दीपक सोनवणे ये मतेमळा सोनवडी नयुम सय्यद के पत्रके शेड मे बेहोश पडे हुए है आप तुरंत आईये" अभी तुरंत मनीषा उनका लडका सुमित भाभी रोहिणी बाबुराव जगताप और पिता दिलीप नामदेव जगताप ये सब मिलकर घटना स्थल पर पहूँचे तो वहाँ सोनवडी और मतेमळा और आजूबाजूके गांव के लोंगोंकी भिडं जमा थी! नयुम पत्रके शेड के पास गिरा पाडा हुआ था तो शेड के अंदर मनीषा का पती दिपक बेहोष गिरा पडा था मनीषा और उसके पिता भाभी और बेटे ने देखा की उसके सर के पीछे से बहोत ज्यादा खुन निकल रहा था!तो तुरंत ऍम्ब्युलन्स 108 बुलाकर दिपक के बारामती महिला हॉस्पिटल ले जाया गया वहाँ के डॉक्टर ने व्ह्हेंटिलेटर उपलब्ध ना होने के कारण से पीडिता और उनके रिश्तेदार सभी को एक खत लिखकर दिया और तुरंत पुणे में ससून सर्वोपचार रुग्णालय में ले जाने को कहाँ!पीडिता ने उसी ऍम्ब्युलन्स से दिपक को ससून हॉस्पिटल में 21/07/2021 को रात 2:00 बजे दाखल कराया दिपक इलाज के के दरमयांन 24/07/2021 को देहांत हों गाया!पीडिता के कहे अनुसार डॉक्टर ने पोस्टमॉर्टम के बाद उनके साथ बात की और उन्हे बताया की दिपक की मौत सर पे गहरी चोट या मारपीट के वजह से हुई हैं!साथ ही पीडिता के कहे नुसार नयुम को उनकी जाती पता थी!उसको पीडिता के पती के हात के नीचे मजदुरी करणी पडती थी ओ उसे पसंद नाही था और पुराने झगडे का गुस्सा दिमाग में रखकर नयुम ने ही उसके पती दीपक का कत्ल किया हैं!