
SMS Help line to Address Violence Against Dalits and Adivasis in India
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घटना दिनांक 11.12.2019 को बिहार के पूर्वी चंपारण जिले के ढाका थाना क्षेत्र के पटेल नगर ढाका में घटित हुई . उक्त गावं के अनुसूचित जाति सदस्य कृष्ण देवी , पति योगेन्द्र राम की निजी जमीं पर बनी झोपड़ी को थाना क्षेत्र के ढाका रामचंद्र निवासी बाबुद्दीन खान , राहिल खान , सगीर खान एवं सकीब खान द्वारा जला दिया गया . पीडिता कृष्ण देवी एवं उनके परिवार के सदस्यों द्वारा विरोध किया गया तो उन्हें जाति सूचक गलिय दी गई और बेरहमी से पिटाई की गई . इतना ही नहीं आरोपियों ने अपनी पहुच पैरवी के बदौलत पुलिस को अपने पक्ष में कर लिया और उलटे पीडिता एवं उनके परिवार के सदस्यों के खिलफ ही प्राथमिकी दर्ज करा दिया . बाद में काफी जदोजेहद के बाद पीडिता की प्राथमिकी दर्ज की गई . पुलिस द्वारा पहले आरोपियों की ही मनगढ़ंत प्राथमिकी दर्ज कर ली गई और बाद में पीडिता की प्राथमिकी दर्ज की गई .
घटना का कारन भूमि विवाद है . बताते है कि आरोपियों द्वारा पीड़ित की पुस्तैनी खतियानी जमीं को आरोपियों द्वारा फर्जी तरीके से निबंधित करा लिया है और उक्त फर्जी कागजात के आधार पर उसकी जमीं को हडपना चाहता है .
यह घटना जिला ऊना की तहसील बंगाणा की पंचायत लाठियानी की है. जिला ऊना की तहसील बंगाणा के गांव त्यासर में दलित जाति कबीर पंथी में से सरवन सिंह स्पुत्र बांकू राम रहता है जो की फ़ौज से रीटाइड है व खेती बाड़ी करके अपना गुजर बसर कर रहा हाई क्योंकि उसको फ़ौज की तरफ से कोई पेंशन ना लगी है व पैरा फ़ोर्स में था. उसने ब्राहम्ण जाति की कृष्णा देवी से 1 कनाल का खेत खेती बाड़ी के लिए लिया हुआ है जिसको लिए हुए 6 वर्ष से अधिक का समय हो गया है. उस खेत के साथ ही ब्राहमण जाति के बंसी लाल स्पुत्र स्व: सकता राम के खेत है. सरवन सिंह ने दो बैल, गाय, भैस आदि पशु पालन हेतु रखे हुए है, बैलों की जोडी से सरवन सिंह अपने व लोगों के खेत जोतता है और खेतों की बुआई करता है इसलिए पिछले वर्ष सरवन सिंह ने अपने गांव के बंसी लाल सपुत्र स्व: सकता राम जाति ब्राहमण के खेत अपने बैलों से जोते व गेहूं के समय गेहूं व गेहूं की फसल के बाद मक्की की फसल बुआई की इसके इलाबा सरवन सिंह ने बंसी लाल के कहने पर अपने घर से पशुयों की इक्कठा हुई गोबर की मैल की एक ट्राली उसके खेतों में डाली जो की जून महीने में मक्की फसल बोने से पहले डाली थी. बंसी लाल के खेतों की बुआई का कुल खर्च 3000/- व मैल की ट्राली का खर्च 2500/- बनता है सरवन लाल ने कुछ समय बाद बंसी लाल से अपने काम के और मैल डालने के कुल 5500/- रूपये मांगे तो वह पैसे देने को लेकर आना कानी करने लगा ऐसा करते करते एक साल बीत गया और बार बार पैसे मांगने पर भी पैसा नही दिया इसके बाद 11/09/19 को सरवन सिंह इसकी शिकायत पंचायत में कर दी जिसके बाद बंसी लाल को पता चला की सरवन सिंह ने उसकी शिकायत पंचायत में कर दी है तो व सरवन को जाति सूचक गालियाँ निकालने लगा व जान से मारने धमकी देने लगा और पैसे देने से साफ़ मना कर दिया अब पंचायत ने 10/11/19 को दोनों को अपने पंचायत जलास में बुलाया है.