SMS Help line to Address Violence Against Dalits and Adivasis in India
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मृतक नितिन पिता मानकराम कोगे झुम्मरखाली स्थित मामा का ढाबा में वेटर का काम करता था। वहां पहले कुछ लोगों द्वारा खाने पीने के लेकर मारपीट हुई थी जिसमें नितिन को भी आरोपी बनाया गया था जिसकी 22 फरवरी 2022 को हरसूद सत्र न्यायालय में पेशी के लिये गया था। दोपहर दो बजे नितिन की मां के पास गणेश नाम के व्यक्ति का फोन आया जिसने नितिन के बारे में पूछताछ की। तब नितिन की मां देवकाबाई ने नितिन को फोन लगाया तो नितिन ने खुद को न्यायालय हरसूद में बैठे होने की बात बताई और कहा कि वो शाम को नानी के पास बरुड़ जायेगा। उसने अपनी नानी को फोन कर रात में खाना खाने की बात की और बताया कि ये ढाबे वाले लड़के मुझे परेशान कर रहे हैं, इनसे पीछा छुड़ा कर जल्दी आता हूं। इस बीच नितिन की मां ने फोन लगाया तो फोन स्वीच आफ आने लगा। घटना के दिन ही रात 8 बजे के लगभग भूरु उर्फ दिनेश का फोन नितिन की मां के पास आया जिसमें उसने नितिन के बारे में पूछताछ की और फिर बताया कि शाम 7 बजे नितिन ने उसे फोन कर बताया था कि टुनमुन पिता नारायण और कालू निवासी रहटगांव ने उसका अपहरण कर लिया है। रात में नितिन के पिता और मां आकाश जयसवाल के ढाबे झुम्मरखाली पर खोजते हुए पहुंचे तो गणेश ने बताया कि नितिन के सिर में चोट थी और टुनमुन उसे लेकर घूम रहा था। उसके बाद से नितिन का कुछ पता नहीं चला। दिनांक 22 फरवरी 2022 को नामजद लिखित शिकायत अजाक थाने में दी गई जिस पर गुमशुदा की रिपोर्ट दर्ज की गई। मार्च 2022 के प्रथम सप्ताह में पुलिस द्वारा नितिन के परिजनों को सूचना दी गई कि- खोजबीन में यह पाया गया कि कालीघोड़ी के जंगल में नितिन कोगे की हत्या कर लाश को जला दिया गया है, जिसके कुछ विडियो नामजद आरोपियों के मोबाइल से बरामद किये गये है। मृतक नितिन की कुछ हड्डियां बरामद हुई है उनका डीएनए टेस्ट रिपोर्ट अभी तक नहीं आई है, वहीं मुख्य आरोपी अभी भी गिरफ्त से दूर है। ऐसे में परिजनों को जान का खतरा बना हुआ है।
मृतका सुमित्रा पति स्व. अखिलेश भील 19 जुलाई 2022 को पेट में दर्द होने की वजह से सोनी अस्पताल जिला खंडवा में इलाज के लिये आई थी. जहां पर वह पहले भी इलाज के लिये आ चुकी थी। सोनी अस्पताल खंडवा में सोनोग्राफी और कुछ जांचे कर के उसे छोटा सा आपरेशन कर ठीक हो जाने का भरोसा अस्पताल प्रबंधन ने दिलाया। और 20 हजार रुपये जमा कराने को कहा. जिस पर परिजनों ने रुपये का इंतजाम कर इलाज के लिये कागजों पर साइन कर दिये। दूसरे दिन 20 जुलाई 2022 की रात को सुमित्रा का सर्जरी किया गया। जिसके बाद सुमित्रा की हालत बिगड़ने लगी तो 21 जुलाई 2022 को अस्पताल प्रबंधन ने किसी दूसरे डाक्टर से कंसल्ट कर दूसरा आपरेशन किया। जिसके लिये 50 हजार रुपये मांगे, जिसका इंतजाम तुरंत में परिजनों ने खेत गिरवी रख कर किया। दूसरे आपरेशन के बाद से सुमित्रा की हालत और बिगड़ती चली गई।
स्थिति में सुधार ना होने पर अस्पताल प्रबंधन ने हाथ खड़े कर दिये, तब परिजनों मोघट थाना पहुंच कर शिकायत की, जिस पर पुलिस प्रशासन ने चिकित्सा विभाग और कलेक्टरेट को सूचित किया. दोनों विभागों के अधिकारी आकर सोनी अस्पताल का मुआयना किये और इलाज के लिये कहा। परिजनों ने सुमित्रा की जान बचाने के लिये अच्छे अस्पताल में इलाज करवाने का डाक्टर रेणु सोनी, सोनी अस्पताल प्रबंधन द्वारा आस्वासन दिये जाने पर एफआईआर दर्ज नहीं करवाई और 3 जुलाई 2022 को मरीज को लेकर बाम्बे हास्पिटल इंदौर गये। जहां पर एक और आपरेशन किया गया, लेकिन सुमित्रा की जान नहीं बची और 5 जुलाई 2022 को मृत्यु हो गई। सुमित्रा की डेडबाडी लेकर परिजन अपने गांव हीरापुर पहुंचे ही थे कि मोघट थाना से फोन आने पर खंडवा ले जाकर मृतका का शव परिक्षण कराया।
कुछ दिनों बाद सोनी अस्पताल प्रबंधन द्वारा समझौता कर लेने के लिये सुमित्रा के परिजनो को फोन कर कुछ रुपये लेने के लिये कहा गया। थाना मोघट द्वारा भी बयान दर्ज कराने के लिये बुलाया गया। जब वे लोग मोघट थाना में सोनी अस्पताल के द्वारा गलत इलाज करने की रिपोर्ट लिखाने पहुंचे तो थाने में रिपोर्ट नहीं लिखी गई।
मृतका सुमित्रा के पति अखिलेश की 11 जून 2022 को आकाशीय बिजली गिरने से मौत हो चुकी है, इस प्राकृतिक आपदा में तीन लोगों की मौत हुई थी। प्राकृतिक आपदा में मौत होने का 4 लाख रुपये की राहत राशी मृतका सुमित्रा को प्राप्त हुई थी। सुमित्रा और अखिलेश के दो बच्चे हैं, आशीष 4 वर्ष, आंचल 2 वर्ष की। इन दोनों बच्चों के माता – पिता और दादा का साया नही है, अब दादी प्रमिला बाई है जो मासूमों की देखभाल कर रही है।
दिनांक 23 अगस्त 2022 को शाम 7 बजे के लगभग राकेश और उसका चाचा रमेश अपनी अपनी बाइक से इंदौर जाने के लिये गांव मिटावल से निकले थे। रास्ते में सिल्टिया पेट्रोल पंप (तिलक पगारे का पेट्रोल पंप) के पास सूरज तंवर, आकाश तंवर पिता मोहन तंवर, शुभम पिता मुकेश तंवर ने चलती बाईक पर पाइप से हमला कर दिया जिससे वे दोनों गिर गये। तभी वहां पर 10-15 लोगों ने उन्हे घेर लिया और जातीसूचक गालियां देते हुए मारपीट करने लगे। वे सभी राकेश के छोटे भाई सतीष ओसवाल (जिसने तंवर परिवार की लड़की के साथ जुलाई 2022 में प्रेम विवाह कर लिया था) के बारे में पूछते हुए मारपीट करने लगे। मोहन तंवर ने रमेश के सर पर लाठी या राड से हमला कर दिया जिससे वह बेहोश हो गये। एक बाईक को उन्होने वहीं तोड़ फोड़ कर खराब कर दिया और दोनों को वे लोग बाइक पर अर्ध बेहोशी की हालत में लगभग 8-9 किलोमीटर दूर निहालवाड़ी ले गये। बारिश का मौसम था और वहां पर पाइप, लात, घूंसों से बेहोस होते तक पिटाई की। दोनों के पर्स मोबाइल लूट कर उन्हे मरा समझ कर छोड़ कर चले गये।
9 बजे के लगभग रमेश को होश आने पर राकेश के सात किसी तरह बाइक से पंधाना थाना पहुंचे और उनके साथ हुई घटना बताई, जिस पर पुलिस वालों ने प्राथमिक चिकित्सा के लिये पंधाना चिकित्सालय में भेज दिया। 24 अगस्त की रात पौने दो बजे रिपोर्ट दर्ज की। दोनों की हालत गंभीर होने के बावजूद उन्हे जिला चिकित्सालय में रेफर नहीं किया, तब दोनों के परिजनों ने अपने खर्चे पर गाड़ी कर जिला चिकित्सालय खंडवा में भर्ती कराया, जहां पर दोनों का इलाज चल रहा है। पुीलिस ने अभी तक किसी भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया है।
दलित विधवा महिला को घर में घुस कर मारा पिटा
प्रार्थनी मनफुला देवी पत्नी स्वसभाजीत ग्राम फत्तुपुर तहसील बदलापुर थाना बदलापुर जौनपुर उत्तर प्रदेश की एक दलित विधवा महिला है जो की स्कूल में मिड डेमिल में खाना बनाने का कम करती है साथ में बगल के गाँव के यादव परिवार के जमींन को अधिया पर खेती बारी करती है और अपने परिवार का लालन पालन करती है पड़ोस के ही दुसरे यादव परिवार जो पुरानी रंजिश के कारण की तुम उसका जमींन अधिया पर क्यों ली हो इसी को लाकर 21 अगस्त 202 2 को लगभग 8 बजे केशा देवी पत्नी अशोक ,अखिलेश यादव पुत्र अशोक और सुनीता देवी पत्नी हरिनाथ यादव घर में घुसकर लाठी डंडा से मरने लगे और बोले चमाइन सियारिन मधाचोद तुम उसका खेत अधिया पर ली हो छोड़ दो नही तो जान से मार देंगे और तुम मिड डे मिल में पुरे गाँव के बच्चो को अपना छुवा खाना खिलाती हो अछूत कही की मार देखते हुए घर के और लोग मेरी बहु पिंकी और सोनी बिच बचाव किये उनको भी मारने लगे उसके बाद आस पास के लोग आते देख कर गली देते हुए चले गये !
अभी तक थाने और क्षेत्राधिकारी और पुलिस अधीक्षक के पास जाकर प्रार्थना पत्र डे चुके है कोई कार्यवाही नही हुई है आपसे निवेदन है की हमारी रपट लिखी जाय और हमे न्याय दिलाया जाय !
प्रार्थनी
मनफुला देवी पत्नी स्व सभाजीत
ग्राम फत्तुपुर
तहसील बदलापुर
थाना जौनपुर
उत्तर प्रदेश
मो-8858495618
मामला खंडवा जिले की खालवा ब्लाक के भोगांवा गांव का है। पीड़िता प्रियंका कटारे 19 अगस्त 2022 को जन्माष्टमी की रात गांव के भीलट बाबा मंदिर के पास मटकी फोड़ कार्यक्रम चल रहा था। जहां वह किराना दुकान से सामान लेकर वापस घर जा रही थी। तब वहां के माली (ओबीसी) समाज के लोगों ने (उमा माली, संतोष माली, गणेश माली, कमल माली, सुनीता माली, अनिता माली, क्षमा माली और राधु माली) ने रोक कर जातीसूचक गालियां दी और गाली देने से मना करने पर प्रियंका के साथ मारपीट शुरु कर दी। प्रियंका की बचाने की गुहार सुनकर उसकी मां,बहन ने आकर बचाया। डायल100 पुलिस को सूचना भी दी, पुलिस वालों ने अस्पताल ना ले जाकर थाने में ही बैठाये रखा, पुलिस और आरोपी लोगों ने थाने मे दोनों बहनों को बहुत डराया धमकाया। बार बार बोलने के बाद भी एफआईआर नहीं लिखी। और घर भेज दिया।
घर आने पर प्रियंका की तबियत बिगडने लगी तब सामाजिक संगठन ( भीम आर्मी) के कार्यकर्ताओं ने अस्पताल में भर्ती कराया। और मारपीट करने वाले छह महिलाओं समेत 9 लोगों पर एफआईआर दर्ज कराई। जब वह अस्पताल में भर्ती थी तब भोगावां गावं में पंचायत ने बैठकें की जिसमें गांव में किसी तरह का छुआछूत-भेदभाव नहीं किये जाने का प्रस्ताव पारित किया गया।
एक सप्ताह जिला चिकित्सालय में भर्ती रह कर इलाज कराने के बाद प्रियंका अपने गांव चली गई है। वर्तमान में गांव में हालात सामान्य है लेकिन प्रियंका को अभी तक एससी एससी एक्ट के अंतर्गत मिलने वाली सहायता राशी नहीं मिली है।