SMS Help line to Address Violence Against Dalits and Adivasis in India
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दिनांक 16 जुलाई 2022 शाम को लगभग 5 बजे खंडवा जिला पुनासा तहसील के ग्राम रीछी में सोनम पति संजय उम्र 18 वर्ष अपने घर में अकेली थी, उसे अकेला पाकर पुनासा का संसद प्रतिनिधि गोविंद सिंह तोमर पिता प़थ्वी सिह तोमर उम्र 40 वर्ष बलात्कार व बुरी नियत से घर में घुस कर सोनम के साथ जोर जबरदस्ती करने लगा। विरोध में सोनम चिल्लाने लगी, जिस पर गोविंद सिंह ने उसे गंदी गंदी जातीसूचक गालियां देकर उसे और उसके पति को जान से मारने की धमकी देने लगा। लेकिन सोनम विरोध करती रही तब उसने 5-5 सौ के नोटों की गड्डी दिखाकर उसे मनमानी करने के लिये जोर जबरदस्ती करने लगा। सोनम अपने को बचाते हुए जोर जोर से चिल्लाने लगी जिस पर पास के खेत में काम कर रहे लोग घर की तरफ भागे। लोगों को आता देख आरोपी गोवििंद सिंह तोमर सभी को जान से मारने की धमकी देकर भाग गया।
शाम 6 बजे सोनम अपने पति संजच और परिजनों के साथ थाना नर्मदा नगर रिपोर्ट लिखाने गई लेकिन वहां पर उन्हे काफी देर बैठा कर रखा गया। रात में 11.30 बजे सोनम की रिपोर्ट लिखी गई। रिपोर्ट लिखाये जाने के बाद से आरोपी द्वारा उसके परिचितों को भेज कर समझौता करने के लिये दबाव बनाया गया लेकिन सोनम आरोपी को सजा दिलाने के लिये अ़ड़ी रही।
आरोपी गोविंद को पुलिस ने गिरफ्तार नहीं किया, सोशल मीडिया में खबर सुर्खियों में आने के बाद स्थानीय सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल ने गोविंद सिंह तोमर को संसद प्रतिनिधि के पद से हटा दिया। पीड़िता का कहना है कि पुलिस ने जानबूझ कर तोमर को गिरफ्तार नहीं किया, इसी का फायदा उठा कर वह खंडवा में सरेंडर किया और अस्पताल में भर्ती हो गया। वहां से जमानत लेकर बाहर आ गया। जिसकी सूचना पुलिस ने उन्हे समय पर नहीं दी।
पीड़ित मोहन इंगले ग्राम बीड़ तहसील नेपा नगर जिला बुरहानपुर में रहते हैं। अंबेडकराईट समाजसेवी डीएचआरडी हैं। समाज सेवा के लिये वे हमेशा तैयार खड़े रहते हैं। बाबा साहब डा. भीमराव अंबेडकर जी से संबंधिक कार्यक्रमों में वे हमेशा आगे रहते हैं, इस वजह से वे सरकारी और उच्च जाति के लोगों को खटकते रहते हैं।
तहसील कार्यालय के सामने इनकी फोटोकापी, सीएससी सेंटर की छोटी सी दुकान दस वर्षों से संचालित है। सरकारी योजनाओं के कार्ड बनाने का काम इनक द्वारा किया जाता है। दिनांक 21 फरवरी 2022 को नेपानगर एसडीएम के द्वारा सीएससी संचालकों की समस्या निराकरण के लिये बैठक का आयोजन किया गया था जिसमें मोहन इंगले द्वारा आयुस्मान कार्ड की राशी भुगतान ना होने की बात की जिस पर एसडीएम ज्योति शर्मा बुरी तरह से नाराज हो गई और उन्होने मोहन इंगले की सीएससी सेंटर को सील करवा दिया।
ज्योति शर्मा ने मोहन इंगले को अपने केबिन में बुलाकर जातिसूचक संबोधन कर दुकान घर तुड़वा देने की धमकी दी और लिखित में माफी नामा मांगा। जिसे मोहन ने बिना गलती किये माफीनामा लिखकर देने से मना कर दिया। तब एसडीएम ज्योति शर्मा ने शार्ट नोटिस देकर दुकान तुड़वा दी और सामान जप्ती कर लिया।
मोहन इंगले द्वारा अपने साथ हुए अन्याय और आर्थिक नुकसान की भरपाई के लिये एसपी. कलेक्टर, मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, मानव अधिकार आयोग को गुहार लगाई, मोहन इंगले के साथ हुए अन्याय के लिये प्रदेश भर के जनसंगठनों ने भी अपने आवेदनों के माध्यम से मोहन इंगले को न्याय दिलाने के लिये ज्ञापन दिये हैं। लेकिन आज तक कोई भी कार्रवाई नहीं हुई है।
दबंगों ने किया दलितों पर जाति आधारित अत्याचार
घटना दिनांक 06-01-2022 को अपरहण 4-00 बजे की है . पीड़ित गणदेव राम ,पिता गोगाई राम , ग्राम -पडरी ,थाना ढाका ,जिला पूर्विचाम्परण ,राज्य बिहार के अनुसूचित जाति (चमार) के सदस्य है . इनका गावं मुस्लिम बहुल है .उक्त गांव में करीब ५००० से अधिक मुस्लीम समुदाय के लोग निवास करतें है . जबकि अनुसूचित समुदायa के मात्र 07 घर लोग निवास करतें है . ये लोग काफी गरीब है . अल्पसंख्यक होने के कारन मुस्लिम समुदाय के लोगों द्वारा हमेशा दलितों के विरुद्ध विविध प्रकार का अत्याहर किया करतें हैं . घटना के पीछे कारन यही है कि पीड़ित गण अनुसोचित जाति के सदस्य है जबकि आरोपी मुस्लिर्म विरादरी का सदस्य है और काफी बबंग है . शासन प्रशासन में उनकी पहुँच पैरवी है .
बतातें है कि दिनांक 06-01-2022 को अपरहण 4-00 बजे आरोपी - मजहर खान , राकेश महतो ,नूरालम अंसारी सहित आधादर्जन से अधिक अज्ञात लोगों द्वारा दबंगता पूरक बतौर चोरी पीड़ित गगनदेव राम का 02 पीठा का पेड़ जिसका किअमत करीब 10,000 रुपये का काट कर ले जा रहा था . जानकारी मिलते ही पीडत गगन देव राम ,उनकी पतनी ,पतोहू सभी वi हां पहुचे और पेड़ कटाने के सम्बन्ध में पूछने लगे . इतने पर सभी आरोपियों ने जातिसूचक साला चमार हरिजन आधी संबोधित करते भंदी भंदी गालिया देने लगा और सभी के साथ मारपीट करने लगा . उक्त लोगोने महिलाओ के साथ भी बदसलूकी की और मारपीट किया . आसपास के लोग बीच बचाव कर मामला को शांत किया . उक्त संदर्भ में ढाका थाना में कांड सं ० - 31/22 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है . पुलिस मामले के प्रति काफी उदासीन है .
दलित पीडिता संतोष पुत्री छोटूराम उम्र 21 निवासी ग्राम जेढाना पुलिस थाना मांगलियावास जिला अजमेर की रहने वाली है। पीडिता के गांव मे रहने वाले आरोपी लोकेश डिया निवासी गांव लीडी जिला अजमेर हाल निवासी ग्राम जेढाना पीडिता को आते जाते बहुत परेशान किया करता था व पीडिता पर कही भी आने जाने की पांबदी लगाता व पीडिता को हर जगह धमकिया दे कर परेशान किया करता था। आरोपी पीडिता का पारिवारिक जानकार था जिस कारण पीडिता के पिता व भाई को जान से मारने की धमकिया दे कर पीडिता के साथ शारिरीक संबन्ध बना कर व वीडियो और फोटो बनाकर उन्हे वायरल करने की धमकीया दे कर पीडिता का 4 से 5 माह तक शारीरिक शोषण करता रहा और पीडिता के विरोध करने पर पीडिता के अश्लील वीडियो वायरल करने की धमकिया दिया करता था और लगातार पीडिता पर शादी का दबाव बनाता रहा
मृतक दलित स्व.श्री जितेन्द्र कुमार मेघवाल, जागरूक शिक्षित दलित नोजवान लडका था। अम्बेडकरवादी विचारधारा का व्यक्ति था तथा सोशल मीडिया पर बाबा साहेब के विचारों व फोटो शेयर करता था तथा ‘‘कुंवर सा जीत‘‘ के नाम से सक्रिय था सम्मान जनक तरिके से मॅूछे रखता था उसकी यह सक्रियता गांव के जाति व्यवस्था में विश्वास रखने वाले लोगों को चुभने लगी। इसी कारण से सूरज सिंह व रमेश सिंह राजपुरोहित जितेन्द्र कुमार मेघवाल से दुश्मनी पाल रखी थी । दिनांक 15 मार्च 2022 को जितेन्द्र कुमार मेघवाल व हरीश कुमार मेघवाल दोनो बाली राजकीय अस्पातल, जिला पाली में बारवा गांव जा रहे थे । जैसे ही जितेन्द्र कुमार मेघवाल व हरीश कुमार मेघवाल बाली से सेसली जाने वाली रोड पर थोडा आगे पहुंचे की पिछे से एक मोटरसाईकिल जिसके गुजरात के नम्बर थे, उस पर सूरज सिंह पुत्र बाबू सिंह रमेश सिंह पुत्र शंकर सिंह जाति राजपुरोहित निवासी बारवा बैठे थे पिछे से सूरज सिंह बैठा था उसके हाथों में बडे-बडे धारदार दो चाकू हाथ थे, सूरज सिंह व रमेश सिंह पहले से जितेन्द्र कुमार मेघवाल की हत्या करने के लिए रेंकी कर हत्या करने की फिराक में थे तथा पीडितों का इंतजार कर रहे थे ।
जैसे ही जितेन्द्र कुमार व हरीश कुमार रोड पर दिखाई दिये उनके पिछे से धारदार हथियारों से सूरज सिंह ने जितेन्द्र कुमार मेघवाल पर प्राणघातक हमला कर दिया जिससे गाडी सहित गिर गये । निचे गिरने के बाद भी आरोपियों ने जितेन्द्र कुमार मेघवाल पर गले, जबडे, कंधे, पेट सीने पर कई वार किये जिसके कारण से जितेन्द्र कुमार मेघवाल गम्भीर रूप से घायल को गया । हरीश कुमार मेघवाल के चिल्लाने पर राह चलते लोगों व खेत में काम करते लोगों के आने के कारण से आरोपी भाग गये । हरीश ने लोगों की मदद से बाली राजकीय अस्पताल में भर्ती करवाया जहा पर जितेन्द्र कुमार ने घटना के बारे में बताया कि सूरज सिंह राजपुरोहित व रमेश सिंह राजपुरोहित ने जान से मारने के लिए धारदार हथियारों से प्राण घातक हमला किया जितेन्द्र कुमार ने अस्पताल में परिजनों को यह भी बताया कि दोनो आरोपियों ने मुझे यह भी धमकी दी कि पहले वाले केस में तुमने राजीनामा नही किया इसलिए मारने व पूरे परिवार को मारने की भी धमकी दी गई । गम्भीर रूप से घायल होने के कारण पीडित जितेन्द्र कुमार मेघवाल को बाली अस्पताल से सुमेरपुर अस्पताल रैफर कर दिया जहा पर ईलाज के दौरान जितेन्द्र कुमार मेघवाल की मृत्यु हो गई।