SMS Help line to Address Violence Against Dalits and Adivasis in India
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ग्राम Jhabaiya अकबरपुर घाटमपुर कानपुर नगर का मामला है रमा देवी W/O स्वर्गी जगदेव प्रसाद रमा देवी उम्र 65 वर्ष जो कि गांव बाहर अपने दो बेटों के साथ रहती हैं घर के सामने दिल सिंह जो ओबीसी समाज का है उसका खेत है रमा देवी बीमार होने के कारण सामने वाले खेत में पास पड़ने के कारण सुबह लगभग 5:00 लैट्रिन के लिए बैठ जाती हैं उठते ही जैसे पता चलता है और वह हमला करने के लिए आरोपी पहले से तैयार था और रमा देवी को आकर तुरंत मारने लगते हैं जातिसूचक गाली देते हुए साले चमार मेरे खेतों में गंदगी फैलाते हैं तभी रमा देवी के दोनों बेटे आ जाते हैं आरोपी लगभग 8 लोग थे जो कि पूरा परिवार आ गया और पीड़ित परिवार को पूरे परिवार ने लाठी और डंडों से मारा जिसमें रमा देवी और दोनों बेटे को गंभीर तरीके से घायल किया और इसके बाद आरोपी वहां से चले गए झगड़ा के दौरान गांव के रामजीवन राजू अरविंद ने झगड़े में बीच-बचाव किया आरोपी जाते-जाते बोले मैं तुम लोगों को देख लूंगा जान से मार दूंगा किसी को पता नहीं चलेगा साले चमार रमा देवी घाटमपुर थाना में एफ आई आर कराने पहुंची आरोपी पुलिस से पहले मिल चुके थे इसलिए f.i.r. नहीं कर रहे थे और ना ही सरकारी इलाज के लिए भेज रहे थे रमा देवी अपने दोनों बेटे को घाटमपुर प्राइवेट अस्पताल में इलाज करवाया और रमा देवी ने मुख्यमंत्री एचपी एससी एसटी आयोग में लिखित एप्लीकेशन दीया तब पुलिस ने एफ आई आर दर्ज की और कार्रवाई शुरू की लेकिन आरोपी कोई भी गिरफ्तार नहीं हुआ और पीड़ित के ऊपर उल्टा केस कर दिया की रमा देवी के बेटे जागेंद्र जीतू देवराज ने झगड़ा किया और मारपीट की उल्टा केस करने के बाद पुलिस ने पीड़ित परिवार को रोजाना परेशान करना शुरू किया और पीड़ित को समझौते के लिए थाने बुला ते रहे लेकिन पीड़ित परिवार संघर्ष करता रहा और रमा देवी को मुआवजा प्रथम किस्त मिली अभी वर्तमान में पीड़ित परिवार ने बताया की चार्ज शीट एसपी के पास रुकी हुई है चार्ज शीट लेने के लिए एप्लीकेशन पीड़ित द्वारा दिलाया है और उम्मीद है उन्हें जल्द से जल्द मिल जाएगी और आगे की कार्रवाई शुरू होगी बाकी का मुआवजा भी मिलेगा पीड़ित परिवार को और जो झूठा मुकदमा पीड़ित के ऊपर लगाया गया है उसकी सही से जांच की जाएगी पीड़ित परिवार पूरा मजदूरी पर निर्भर है
ग्राम मकरंदपुर थाना रसूलाबाद कानपुर देहात की घटना शिव शंकर पुत्री लाली उम्र 14 वर्ष नाइंथ क्लास की छात्रा हे जोकि शिव शंकर पत्नी चुन्नी देवी की जेठानी का देहांत हो गया था नवार के कार्यक्रम में पति पत्नी दोनों गांव के अंदर गए हुए थे कार्यक्रम में शामिल थे लाली वह छोटे भाई बहन घर पर थे तभी लगभग 7:00 बजे आरोपी मेवालाल वा राजीव दोनों घर में घुस गए और लाली का मुंह दबा दिया मुंह में कपड़ा भर दिया और छोटे भाई को मारा वह पकड़ा और उसे डराया लाली के कपड़े निकाल दिए और रेप किया दोनों व्यक्ति ने बारी-बारी से लाली को ज्यादा ब्लड आने की वजह से बेहोश हो गई और आरोपी छोड़कर भाग गए पानी के माता-पिता जब घर वापस आए तो देखा लाली जमीन पर बेहोश पड़ी थी और छोटा लड़का जोर जोर से रो रहा था माता चुन्नी देवी ने लाली को बिना कपड़ों के देखा और जमीन में बहुत सारा खून पड़ा था जिसे चुन्नी ने भी देखकर घबरा गई और बेटी को मुंह में पानी डाला और और कुछ देर बाद होश आया तो लाली लाली ने अपनी माता जी को सारी घटना बताई जिसके बाद माता पिता दोनों लोग सरकारी अस्पताल अकबरपुर माती मेडिकल कराने के लिए ले आए पर अस्पताल में कोई सुनवाई नहीं हुई और पुलिस ने f.i.r. करने के लिए मना किया कई दिनों तक इधर-उधर घुमाते रहे fact-finding करने के दौरान पता चला और टीम एमडीएमके के द्वारा एप्लीकेशन एसपी को देना है यह बात पीड़ित को बताइए और उसके बाद f.i.r. हुए लाली पढ़ाई कर रही है वह स्कूल अब नहीं जाती क्योंकि उसको डर है और वेट डरी हुई है कि रास्ते में फिर से कोई घटना ना हो जाए लाली के बयान हो जाने के बाद केस कोर्ट में चल रहा है अभी तक मुआवजा नहीं मिला मेरे को कॉल किया तो पता चला अभी आरोपी धमकाते हैं गाली गलौज करते हैं और समझौता के लिए बोलते हैं
ग्राम Gaopur थाना रसूलाबाद कानपुर देहात के रहने वाले दिवारी लाल के परिवार के परिवार के साथ व उनकी बेटी अंगूरी के साथ ठाकुर रज्जू मिश्रा व अन्य व्यक्ति ने छेड़छाड़ की और जातिसूचक गाली दी जान से मारने की धमकी देते हैं दिवारी लाल व उनका परिवार के साथ जान माल का खतरा है दिवारी लाल की बेटी अंगूरी उम्र 18 वर्ष के साथ दबंगों ने छेड़छाड़ की और उसे मारने की धमकी दी इसी कारण अंगूरी के घरवालों ने पुलिस थाने में शिकायत की और शिकायत करने के बाद दूध डेयरी में रज्जू मिश्रा की उधारी लेने अंगूरी गई की पर पैसे नहीं दिए और कहने लगा भाग जा यहां से चमरिया नहीं तो बहुत मारेंगे और भी गंदी गंदी गाली देते रहे झगड़ा करते रहे और अगले दिन ही घर पर आकर 20 से 25 लोगों ने घर में आग लगा दी हमला कर दिया परिवार के सभी लोग घायल हो गए और आर्थिक नुकसान भी हुआ पत्थर फेंकते रहे इसमें हमारा परिवार का भी डरा हुआ है दबंग लोग बोलते रहे कि जहां जाना हो पुलिस थाने DM या SPतो चले जाओ हमारा कुछ नहीं कर पाओगे और झगड़ा के कुछ दिन बाद धमकाते रहे समझौता कर लो नहीं तो पूरे परिवार को मार डालेंगे इसी कारण दिवारी लाल व उनकी बेटी अंगूरी ने समझौता कर लिया।
Last Sunday 20.03.2022 they had arranged to hold a drama on the night after the Pillaiyar temple festival located in Thiruvalluvar town. Sandeep his friends Surer, S/o Subburayan and Aravindan, S/o Murugan went to see the koothu play in a two-wheeler around 11.30 that night. On the way back home he stopped the two-wheeler near the Velmurugan rice shop to urinate; he and Aravindan went to urinate. The police jeep stopped towards Suren while he was standing. Inspector Raja got out of the police jeep and beat up Suren and Aravind and dragged them into the police jeep. Sandeep was scared and hid without making a noise. It was only after the police jeep left that he walked down and came down. About 5 hours later Inspector Raja and Ethiraj came to the two-wheeler and looked at Sandeep and stopped the car and asked him whether his name is Sandeep. As soon as he said yes they took him to the police station. Inspector Raja told him to take off all their clothes and subjected him to brutal forms of police torture and he sustained heinous injuries at his and forced him to admit that he was the one stealing the lorry battery.
He begged to Ethiraj to leave him for the exam which is scheduled in the morning and in the meanwhile Inspector Raja entered the room and asked for Sandeep’s caste name. And only belonging to the Scheduled Caste the policemen subjected him to brutal forms of police violence and torture.
Ethiraj forced Sandeep to admit that he had did all the theft incidents. Also, Inspector Raja, Thanikaivel, Govindaraj, Constable Ganesh, Oosana Vusaya Murugan, Yelumalai, Constable Suresh were alternately kicked in the boots, beaten with a lathi, and asked to recover ½ pound neck chain in the village, Tali chain from the neck of a woman in Vazhur village. At around 10.30 that morning, Suren and Aravindan, and Sandeep were taken to the village in a police jeep, and on the way, they stopped the car at Suren's house and took the pawn jewelry receipts from the bureau and brought them to the police station. Ethiraj threatened them and asked to recover money and jewelry thefts and forced them to confess and accept the theft. Still FIR was not filled.