SMS Help line to Address Violence Against Dalits and Adivasis in India
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ग्राम बहराना मजरे असोथर तहसील व जिला फतेहपुर का मामला रामखेलावन पासवान पुत्री राधा उम्र 15 वर्ष थाना असोथर फतेहपुर पासवान समाज 80 परसेंट मजदूरी करते हैं मेला महोत्सव जो कि हर वर्ष अक्टूबर महीने में भरत मिलाप के नाम पर मेला महोत्सव मनाया जाता है उसी दौरान रामखेलावन पुत्री राधा 16/10/2022 को शाम झाल चौराहा में भरत मिलाप मेला लगा था राधा अपने मां बहन और परिवार के सभी लोगों के साथ भरत मिलाप मेला देखने गई मेला देखने के बाद रात 10:00 बजे पूरे परिवार के साथ वापस आ रहे थे जैसे ही रमेश हलवाई की दुकान के पीछे राधा पेशाब करने के लिए गई तो राधा ने कहा अपनी मां से मैं पेशाब करने जा रही हूं तुम धीरे-धीरे चलो आरोपी अंशु सिंह नितिन सिंह निवासी प्रताप नगर झाल असोत्र सनी सिंह निवासी सराय थाना असोत्र के हैं यह सब ठाकुर समाज के हैं राधा को अंधेरे में जबरदस्ती वहां से उठा लिया और नितिन सिंह के घर ले गए राधा के बिना समिति से सामूहिक बलात्कार किया जब राधा की हालत खराब हो गई तब 2:00 बजे लगभग सनी सिंह सुरेश सिंह मोटरसाइकिल में बैठाकर गांव के बाहर छोड़कर चला गया और धमकी दी घर में कुछ बताया तो पूरे परिवार को जान से मार देंगे गांव में रहने नहीं देंगे पूरा परिवार देर रात तक राधा की तलाश करते रहे देर रात बाद किसी तरह राधा घर पहुंची और अपनी मां को रो-रोकर पूरी घटना बताई रामखेलावन पासवान ने दूसरे दिन ही थाना असोथर मैं लिखित सूचना दी और पुलिस ने कठिन कार्रवाई की एक आरोपी को पुलिस ने तुरंत गिरफ्तार किया और जेल भेज दिया बाकी आरोपी बाहर थे पीड़ित परिवार में सीएम व्हाय एसपी डीएम को लिखित एप्लीकेशन दिया बाकी आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए और इस बात को घटना को पेपर में भी छपवा या अभी सारे आरोपी गिरफ्तार हैं लेकिन मुआवजा अभी तक नहीं मिला जांच की प्रक्रिया चल रही है केस फतेहपुर कोर्ट में चल रहा है मेडिकल के आधार पर आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा होगी और पीड़ित परिवार को न्याय मिलेगा
ग्राम जाफराबाद थाना गजनेर कानपुर देहात का मामला है शिवप्रसाद पुत्री रिंकी देवी आयु 13 वर्ष छात्रा रिंकी के साथ जाफराबाद के ठाकुर कुंवर सिंह ठाकुर जय सिंह ठाकुर जो वर्तमान में प्रधान है कुंवर सिंह ठाकुर 01/06/2022 रात लगभग 12:00 बजे छत खुला थी वहीं से आकर रेप करने के इरादे में था पीड़ित परिवार ने बताया कि करीब 7 साल पहले ठाकुरों से झगड़ा हुआ था जिसमें आरोपी जेल भी जा चुका है और एससी एसटी का मुकदमा चला फिर काफी दबाव के बाद समझौता करना पड़ा उसी रंजिश के चलते आरोपी ने दोबारा मेरे घर पर हमला किया रिंकी 13 वर्ष जो की नाइंथ क्लास की छात्राएं रिंकी अपनी बड़ी बहन पिंकी के साथ रात में सो रही थी और अचानक घर के अंदर से आवाज आई बकरी बात कर रही थी जैसे ही घर के अंदर घुसा बकरी चिल्लाने लगी के अंदर से जीना था वह एकदम खुला है अचानक दीदी ने बकरी की आवाज सुनी तो वह घर के अंदर आई तभी दरवाजे में छुपा बैठा आरोपी कुंवर सिंह रिंकी को पकड़ लिया रिंकी ने भागने की कोशिश की उसने पैर पकड़कर नीचे खींच दिया और वह दबा दिया ताकि आवाज ना कर पाए रिंकी ने भागने की बहुत कोशिश की आरोपी हाथ में चाकू लिए था उसने पेट में चाकू मार दी और आंगन में छप्पर रखा था छप्पर में आग लगा दी रिंकी के कपड़े फटे थे और खून बहने के कारण है बहुत अधिक घबरा गई जैसे आरोपी ने मुंह छोड़ा जोर जोर से चिल्लाने लगी और आग बहुत ज्यादा लग चुकी थी इससे मोहल्ले में और घर में सभी लोगों को पता चल गया और सब आग बुझाने में लग गए लेकिन रिंकी को किसी ने ध्यान नहीं दिया थोड़ी देर बाद बड़ी मां ने देखा कि रिंकी के पेड़ से खून निकल रहा है और कपड़े फटे हैं तो रिंकी ने सारी घटना बताई उसी समय रिंकी को अस्पताल ले गए के दूसरे दिन ही गजनेर थाना में लिखित रूप में घटना को बताया और न्याय की मांग की घटना काफी महीने बीत चुके हैं लेकिन अभी तक आरोपी गिरफ्तार नहीं हुआ क्योंकि आरोपी वर्तमान में प्रधान है और सत्ता में पहुंच है और पैसा भी कारण पुलिस आरोपी कि शायद मदद कर रही है पीड़ित परिवार को अभी तक कोई मुआवजा वह घर का सामान जलने का मुआवजा नहीं मिला है एसपी व डीएम के सामने रिंकी के 164 बयान हो चुके हैं लेकिन अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही है परिवार उच्च शिक्षा प्राप्त है और परिवार में 3 सदस्य सरकारी नौकरी पर है रिंकी के पिताजी शिवप्रसाद लखनऊ के अंबेडकर पार्क में देखरेख की ड्यूटी करते हैं वह घर पर नहीं रहते और बाकी के सदस्य रिंकी के माताजी बड़ी बहन पिंकी और बड़े पापा नारायण दास बड़ी मां ममता साथ रहते हैं पीड़ित परिवार सक्षम है वह गुलामी नहीं करता और और बाबा साहब के मिशन पर गांव में जागरूक करना लोगों को समझाना वह बताना इस तरह विचार रखते हैं इसी कारण जाफराबाद ठाकुर समाज शिवप्रसाद परिवार से नफरत करते हैं वह चाहते हैं कि यह लोग हमें आगे ना बड़े और जैसे पूरा गांव मेरे खेती में मजदूरी करता है और जिस तरह दबाव बनाए हैं उस तरह इस परिवार में भी दबाव बने और गुलामी करें और गांव के दलित समुदाय को जागरूक करने का काम ना करें यही कारण है अभी तक पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिला
ग्राम चिलौली थाना रूरा कानपुर देहात का मामला है विमल कुमार संखवार निवासी चिलौली के हैं विमल कुमार का पुत्र Eshu उम्र 14 वर्ष दूधिया सुधीर तिवारी से दूध के पैसे लेने गया था तो वह नहीं मिले तो वापस आकर लगभग 4:00 बजे पन्नालाल दिवाकर के घर के बाहर बने झूले में झूले लगा तभी वहां रास्ते से आदित्य तिवारी निकला तो कहने लगा साला चमार मुझे आंखों से देखता है घूर रहा है तो उसने कहा हमारी आंख है तो देखेंगे बच्चे ने जवाब दे दिया बच्चे को तुरंत आरोपी मारने लगा और जातिसूचक गालियां देने लगा लड़के ने घर में आकर बताया विमल कुमार अपनी पत्नी के साथ खेत में गए हुए थे जब बताया लड़के ने घटना के बारे में विमल कुमार अपनी पत्नी के साथ तिवारी के घर गए कहा कि तिवारी जी क्या बात हुई थी इसी बात को लेकर हुए तू तू तू मैं मैं झगड़ा होने लगा हम चुपचाप वहां से घर आने लगे और तुरंत पीछे से हर साल आती लेकर पीछे से वार किया और जातिसूचक गालियां देने लगे आदित्य तिवारी आनंद उर्फ राहुल तिवारी ने मेरे घर पर आकर हर सर से सर में मारा और कहने लगा तू साला चमार मेरे घर पर कैसे चढ़ा और मेरे घर पर उलहाना लेकर कैसे आया इतनी तेरी हिम्मत कैसे हो गई और हाथ में लिए फंसा विमल के सर पर मार दिया जिससे विमल जमीन पर गिर पड़ा और पैर से दबाकर हाथ तोड़ दिया बहुत बुरी तरह से मारा और घायल कर दिया पत्नी और बच्चों को पूरे मोहल्ले में दौड़ा दौड़ा कर मारा पत्नी मेरी बुरी तरह से घायल हो गई और बच्चे दौड़कर छत में चल गए दरवाजा बंद कर लिया पूरे मोहल्ले में खड़े होकर पूरे दलित समुदाय को गाली गलौज और करते रहे किसी अनजान व्यक्ति ने छत से यह पूरा वीडियो रिकॉर्डिंग की और फेसबुक में डाल दिया बोले साले चमार गांव में रहना है तो मेरी गुलामी और अपनी औकात में रहना यह सारी घटना के बाद मेरा बेटा प्रवीण कुमार ने पुलिस को 112 नंबर पर कॉल किया एंबुलेंस आई और डेरापुर अस्पताल ले गई गंभीर चोट होने के कारण खून बंद नहीं हो रहा था तभी इलाज के दौरान डेरापुर से कानपुर हैलट के लिए रिफर किया गया सभी वीडियो के माध्यम से एनडीएनजी टीम ने सहयोग किया और हैलट कानपुर में पीड़ित को भर्ती करवाया और सही से इलाज शुरू हुआ कई दिनों तक भर्ती होने के बाद पीड़ित अपने परिवार के साथ दूसरे गांव पतारा में अपने रिश्तेदार के यहां डर की वजह से रह रहे हैं क्योंकि आरोपी दबंग पंडित आदित्य नाथ तिवारी आनंद उर्फ राहुल तिवारी सरकारी नौकरी पर हैं BSF पोस्ट पर घटना के दौरान वह छुट्टियों में चिरौली गांव आए हुए थे आरोपी आर्थिक मजबूत है इसलिए पूरे गांव में दलित समुदाय को आए दिन गाली गलौज करते रहते हैं जातिसूचक गाली देना और अन्य तरीके से परेशान करना और बिना डरे कानून से होकर झगड़ा करना मारना आए दिन का काम है वह अपने पावर का या पैसों का मानसिक रूप से अपने आपको अभी भी कानून से ऊंचा समझते हैं पीड़ित परिवार इसी डर के कारण चिरौली गांव से अपने रिश्तेदार के यहां पतारा में बिना किसी को बताए कई महीनों से झगड़े के बाद रह रहे हैं पुलिस ने ठोस कार्रवाई की क्योंकि यह घटना फेसबुक में लाइव दिखाई जा रही थी इस कारण प्रशासन ने आरोपी को तुरंत गिरफ्तार किया आदित्य तिवारी आनंद उर्फ राहुल तिवारी दोनों आरोपी जेल में है और पीड़ित को पूरे परिवार को मुआवजा मिलाएं अभी केस कोर्ट में चल रहा है 4 सीट मिल गई है पीड़ित परिवार को आगे की कार्रवाई की जा रही है
खंडवा जिले की पुनासा तहसील अंतर्गत सरल्या गांव में एक आदिवासी महिला से इस वर्ष 7 मार्च को होली के समय गांव के ही अपराधिक प्रवृत्ति के अधेड़ हरि प्रजापति ने बुरी नियत से रंग लगाने के बहाने छेड़छाड़ की थी, जिसका महिला ने विरोध किया था और अपने पति और परिजनों के शाम को घर वापस आने पर घटना बताई थी। जिस पर परिजनों ने आरोपी हरि प्रजापति (ओबीसी) को समझाईश देने उद्देश्य से उसके घर जाकर बात की। और पुलिस चौकी में भी जाकर रिपोर्ट लिखे जाने का अनुरोध किया था लेकिन पुलिस चौकी पुनासा में फरियादियों की रिपोर्ट नहीं लिखी गई थी और सादा आवेदन ले लिया था।
इस घटना के बाद से ही आये दिन सुबह शाम आरोपी हरि प्रजापति और उसके बेटे (जिन पर थाना नर्मदा नगर में चोरी और मारपीट के कुछ केस दर्ज है) राह चलते आदिवासी समुदाय के लोगों के साथ गाली गलोज और छेड़छाड़ कर खुले आम धमक देने लगे कि पुलिस हमारा कुछ नहीं कर सकती, कहीं भी शिकायत कर लो...। इस तरह से वे आदिवासी समुदाय के लोगों को उकसाने का काम करने लगे। प्लानिंग के तहत 12 मार्च को हरि प्रजापति शाम को रोड किनारे उसके घर से दारू पीकर गालियां दे रहा था, जिसका आदिवासी समाज के लोगों ने विरोध किया। उधर उसके बेटों ने पुलिस चौकी पुनासा, मूंदी और खंडवा में फोन कर उनके साथ आदिवासी समाज के लोगों द्वारा संगठित होकर मारपीट किये जाने झूठी शिकायत फोन पर कर दी। इधर आदिवासी समुदाय जब अपने घरों में थे तभी हरि प्रजापति ने स्वंय के मकान के एक कोने में आग लगा ली और शोर मचाने लगा। उधर 50 किलोमीटर दूर खंडवा से और 20 किलोमीटर दूर मूंदी टाउन से भारी पुलिस बल कुछ ही देर में पहुंच गया। पूरे गांव को चारो तरफ से घेर लिया और आदिवासी समुदाय के समस्त युवक पुरुषों को घरों से निकाल निकाल कर गिरफ्तार कर लिया। सरल्या गांव में धारा 144 लगा कर चारो तरफ से नाकाबंदी कर दी गई।
इतनी बड़ी घटना घटने की खबरें किसी को पता नहीं चली और ना ही प्रशासन ने कोई मीडिया को सूचना दी। गांव के लोगों में इतनी दहशत बैठा दी की कोई भी बोलने को तैयार नहीं था कि एक सप्ताह तक गांव में क्या हुआ।
जब माहौल शांत हुआ तब कुछ सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा लोगों को पता चला कि आखिर सरल्या गांव में हुआ क्या था। अभी वर्तमान में गिरफ्तार किये गये 9 आदिवासी पुरुषों में से 8 की जमानत हो चुकी है, एक चुन्नीलाल जेल में है।
यह घटना जिला ऊना की तहसील बंगाणा के गांव छ्परोह की है यह गांव जिला मुख्यालय से 35 कि०मी० की दुरी पर है इस गांव में चमार जाति में राजेश कुमार सपुत्र स्व: कर्म चन्द रहता है जो कि अनुसूचित जाति से सम्बन्धित है जिसने अपने साथ लगते गांव छपरोह खुर्द से अंजू बाला सुपुत्री सुरम सिंह से शादी की है जोकि स्वर्ण जाति से सम्बंधित है. अंजू बाला का परिवार राजेश कुमार के साथ शादी के खिलाफ था, उनका कहना था की हम अनुसूचित जाति में अपनी लडकी की शादी नही होने देंगे. जिसके चलते पिछले महीने की 29 तारीख को DC कॉलोनी ऊना में मोजूद शिव मन्दिर में दोनों ने शादी कर ली और वहां से शादी का प्रमाण पत्र हासिल किया ,शादी के बाद अंजू व् राजेश कुमार कुछ दिन के लिए मनाली की तरफ चले गये व् वापिस आकर उन दोनों ने पुलिस थाना बंगाणा में अपनी शादी की रिपोर्ट दर्ज करायी ,और वहां पर अंजू बाला ने बताया की वह पहले शादीशुदा थी और साल 2019 में खानगी पंचायत में उसका तलाक हुआ है. जिसके बाद उसने अपनी मर्जी से राजेश कुमार के साथ शादी की है और उसी के साथ रहने का फैसला किया है . राजेश और अंजू बाला ने पुलिस थाना बंगाणा में यह भी बताया की उनको अंजू के मायके वालो से खतरा है और पुलिस ने ब्यान दर्ज करके इन दोनों को घर भेज दिया . दिनाक 25 अगस्त को जब राजेश व् अंजू अपने घर पर थे तो शाम करीब 8:40 पर अंजू के परिवार वाले व् अंजू का तलाकशुदा पति व् उसके साथी राजेश के घर पर आ गये और अचानक से राजेश अंजू व् उसके परिवार वालों के साथ मारपीट शुरू कर दी जिसमे राजेश के भाई सुरेश कुमार को सर में गहरी चोट लगी और वह मौका पर ही लहूलुहान हो गया .मारपीट करने आये सभी दोषीगण मोका पे कह रहे थे की तुम लोगों की ओकात केसे हुई हमारी लडकी को अपने घर लाने की .और बह जबरन अंजू बाला को बालों से घसीटते हुए अपने साथ ले जाने लगे जिसको राजेश व् उसके परिवार वालों ने बड़ी मुश्किल से शुडवाया. इस मामले की शिकायत पुलिस थाना बंगाणा में करी गयी पर पुलिस की तरफ से दोषियों के खिलाफ कोई ठोस कार्यवाही अम्ल में न लायी गयी है . NDMJटीम ने प्रशासन है की इस मामले की गम्भीरता को देखते हुए इस मामले में अनुसूचित जाति जनजाति अधिनियम एक्ट की उचित धारा दर्ज़ करने की माँग की है व दोषियों के खिलाफ उचित कार्यवाही करते हुए उनकी गिरफ्तारी की जाये क्युकी राजेश व् अंजू को अभी भी जान माल का खतरा बना हुआ है.